Michael jackson Kaun Hai

माइकल जैक्सन ने अपने संगीत और डांस से दुनियाभर के फैंस के दिल पर राज किया। अपनी कलाकारी का जादू चला कर उन्होंने दुनियाभर में बहुत नाम कमाया। संघर्ष करते हुए माइकल आगे बढ़ते गए और वह ‘किंग ऑफ पॉप’ के नाम से भी बच्चों बच्चों तक के बीच में मशहूर हो गए। उनके संगीत और डांस स्टेप्स का जादू फैंस पर इस कदर चला कि हर कोई उनकी नकल करना चाहता था। सबसे बड़े पॉप स्टार बनने का सफर माइकल जैक्सन की जिंदगी में बहुत खास था। उन्होंने सफलता का वह मुकाम हासिल किया था, जो उनके दुनिया से जाने के बाद भी फैंस के बीच कायम है। आज भी लोग माइकल के गाने और डांस के दीवाने हैं।
Michael jackson Kab Huaa
माइकल जैक्सन का जन्म 29 अगस्त 1958 को अमेरिका के इंडियाना प्रांत में हुआ था। बचपन से ही उन्हें संगीत का काफी शौक था। उन्होंने बहुत कम उम्र में ही टैम्बोरिन और बौंगा बजाना शुरु कर दिया था। इसके बाद वह अपने भाई के पॉप ग्रुप से की थी, जिसके बाद धीरे-धीरे वह सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए। साल 1971 में बतौर गायक उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की। अपने करियर के साथ-साथ माइकल अपनी बॉडी और अपनी जिंदगी से भी बेहद प्यार था। माइकल जैक्सन का पहला एल्बम वर्ष 1982 में रिलीज हुआ, जिसका नाम ‘थ्रिलर’ था। इस एल्बम ने रिकॉर्डतोड़ कमाई दर्ज की। इसके बाद माइकल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
डांस के अलावा माइकल जैक्सन अक्सर अपने लुक्स की वजह से चर्चा में आ जाते थे। उन्होंने कई बार अच्छा दिखने के लिए सर्जरी का सहारा लिया था। इसके लिए उनकी आलोचना भी खूब हुई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने अपने त्वचा का रंग बदलने के लिए भी सर्जरी करवाई थी। माइकल जैक्सन 150 वर्षों तक जीना चाहते थे, जिसके लिए वह हमेशा ऑक्सीजन बेड पर सोते थे। कहा जाता है कि लोगों से हाथ मिलाने से पहले वह दस्ताने पहना करते थे। इसके साथ ही वह अपने साथ 12 डॉक्टरों की टीम को भी रखते थे। उन्होंने योग करने के लिए 15 ट्रेनर की टीम अलग से रखी थी, लेकिन 51 साल की उम्र में ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। 25 जून 2009 को माइकल का निधन हो गया। माइकल को लेकर कहा जाता है कि उनकी मौत ड्रग्स ओवरडोज के कारण हुई थी। वहीं, कुछ रिपोर्ट में उनकी सर्जरी को भी उनकी मौत का एक कारण बताया गया।
कहा जाता है कि माइकल जैक्सन ने खुद की देखरेख के लिए अपने घर पर ही 12 डॉक्टर्स नियुक्त कर लिए थे, जो नियमित तौर पर माइकल जैक्सन के सिर से लेकर पांव तक की जांच किया करते थे। सिर्फ यही नहीं, उन्होंने व्यायाम करने के लिए भी 15 लोगों को रखा हुआ था। आपको जानकर हैरानी होगी कि उनका खाना भी पहले लेबोरेटरी में चेक होता था, उसके बाद ही उन्हें खिलाया जाता था।
माइकल जैक्सन ने कई बार सर्जरी करवाई थी। अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने स्किन कलर (त्वचा का रंग) बदलने के लिए सर्जरी कराई था और उसके बाद तो कई बार चेहरे की सर्जरी कराई। इसको लेकर वह कई बार विवादों में भी रहे थे। उनके आलोचकों का कहना था कि उन्हें महिला की तरह दिखने और रहने का शौक है।
माइकल जैक्सन की संपत्ति की अगर बात करें तो साल 2007 में वह 1400 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के मालिक थे। कहते हैं कि एक समय ऐसा आया था, जब वह हर हफ्ते 97 करोड़ रुपये कमाते थे। कैलिफॉर्निया में उनकी 2700 एकड़ में फैली आलीशान प्रॉपर्टी थी, जिसका नाम ‘नेवरलैंड रैंच’ था। पिछले साल ही उनकी इस प्रॉपर्टी को उद्योगपति रॉन बर्कले ने खरीदा है। उनकी यह संपत्ति करीब 161 करोड़ रुपये में बिकी है, जबकि साल 2016 में उनकी इस संपत्ति की कीमत करीब 735 करोड़ रुपये मांगी गई थी।
दोपहर करीब 2:26 बजे टीवी चैनल, वेबसाइट पर खबर आई कि किंग ऑफ पॉप माइकल जैक्सन नहीं रहे। खबर आते ही सन्नाटा छा गया, कई लोग सड़कों पर ही बेहोश होने लगे और पूरे लॉस एंजिल्स का खुशनुमा माहौल मातम के मंजर में तब्दील हो गया।
चंद मिनटों में ही गूगल, ट्विटर, विकीपीडिया यूजर ट्रैफिक से क्रैश हो गए। दुनियाभर के लोग जानना चाहते थे कि 150 सालों तक जीने की चाह रखने वाले माइकल जैक्सन अचानक महज 50 साल की उम्र में कैसे मर सकते हैं।
25 जून 2009, लॉस एंजिल्स का एक आम दिन था।
दोपहर करीब 2:26 बजे टीवी चैनल, वेबसाइट पर खबर आई कि किंग ऑफ पॉप माइकल जैक्सन नहीं रहे। खबर आते ही सन्नाटा छा गया, कई लोग सड़कों पर ही बेहोश होने लगे और पूरे लॉस एंजिल्स का खुशनुमा माहौल मातम के मंजर में तब्दील हो गया।
चंद मिनटों में ही गूगल, ट्विटर, विकीपीडिया यूजर ट्रैफिक से क्रैश हो गए। दुनियाभर के लोग जानना चाहते थे कि 150 सालों तक जीने की चाह रखने वाले माइकल जैक्सन अचानक महज 50 साल की उम्र में कैसे मर सकते हैं।
मौत के बाद ली गई माइकल जैक्सन की आखिरी तस्वीर।
माइकल जैक्सन की मौत 25 जून 2009 को दोपहर करीब 12 बजे ही हो चुकी थी। उनकी मौत प्रोपोफॉल और बेंजोडायजेपाइन जैसी हैवी दवाइयों के ओवरडोज के चलते हार्ट अटैक आने से हुई थी। वो 150 साल से ज्यादा जीना चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने अपने घर पर ही 12 पर्सनल डॉक्टर्स की एक टीम रखी थी, जो उन्हें दवाइयां और सही डाइट देते थे। माइकल का खाना भी पहले लेबोरेटरी में टेस्ट होता था फिर वो उसे खाते थे।
जिस समय उनकी मौत हुई तब भी उनके पर्सनल डॉक्टर कोनराड मुरे उनके साथ होंब्ली हिल्स, लॉस एंजिल्स में थे। माइकल को नींद न आने पर कई ड्रग डोज दिए गए थे, जिससे वो जल्दी सो सकें। कुछ समय बाद डॉक्टर ने माइकल को कमरे में बेसुध पड़े देखा तो तुरंत उन्हें CPR दिया। जब रिस्पॉन्स नहीं मिला तो डॉक्टर ने मेडिकल हेल्प मांगने के लिए घर में लैंडलाइन और मोबाइल ढूंढे, लेकिन सिक्योरिटी के चलते घर के सारे लैंडलाइन बंद थे। वो तुरंत बाहर की तरफ भागे और गार्ड से 911 पर कॉल करने को कहा।
मेडिकल हेल्पलाइन नंबर 911 पर कॉल ठीक 12ः22 बजे किया गया। महज 3 मिनट में ही एंबुलेंस डॉक्टर्स के साथ पहुंच गई। जब डॉक्टर्स पहुंचे तो माइकल सास लेना बंद कर चुके थे। उन्हें CPR दिया गया, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं मिला। उन्हें तुरंत रोनाल्ड रीगन UCLA मेडिकल सेंटर ले जाया गया। करीब दो घंटे की कोशिश के बाद दोपहर 2ः26 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।